जन्म के साथ ही मनुष्य के संबंधों का सिलसिला प्रारंभ हो जाता है। विभिन्न संबंधों का निर्वाह करता हुआ मनुष्य आजीवन सुख-दुख का भोग करता चलता है। कभी आत्मज बनकर तो कभी मातृत्व भाव जगाकर, कभी मातृत्व सुख का अनुभव ...
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परीक्षा भवन नई दिल्ली। दिनांक : 22 अगस्त, 20XX मान्यवर प्रधानाचार्य जी दिल्ली पब्लिक स्कूल जनकपुरी नई दिल्ली। विषय : ‘विश्व पुस्तक मेला’ देखने के लिए प्रार्थना-पत्र। महोदय, सविनय निवेदन यह है कि मैं आपके विद्यालय की कक्षा आठवीं ‘डी’ का ...
136, प्रकाश कुंज, स्वराज नगर, इंदौर दिनांक : 24 अगस्त, 20xx प्रबंधक, स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया, शास्त्री कॉलोनी इंदौर। विषय-बैंक में नया खाता खुलवाना। महोदय, मैं विराट सरीन स्वराज नगर का निवासी हूँ। मैं आपके बैंक में एक नया खाता खुलवाना चाहता ...
बी-298, लोक विहार, पीतमपुरा, नई दिल्ली। दिनांक : 1 अगस्त, 20XX संपादक महोदय, नवभारत टाइम्स, अंसारी रोड, नई दिल्ली-110002 विषय-अपनी रचना प्रकाशित करने का अनुरोध। महोदय, मैं संचित गुलियानी, आठवीं कक्षा का एक छात्र हूँ तथा आपके प्रतिष्ठित समाचार-पत्र ‘नवभारत टाइम्स’ का ...
499, सेक्टर-19 मोहाली, चंडीगढ़। दिनांक : 02 मई, 20xx प्रिय मृदुल सदा सुखी रहो। मैं यहाँ सकुशल हूँ और सदा ईश्वर से तुम्हारी कुशलता की कामना करता हूँ। माँ-पिता जी कैसे हैं? पत्र के उत्तर में लिखना। पिछले दिनों पिता जी ...
डी-1/74, सत्य मार्ग, चाणक्यपुरी, नई दिल्ली। दिनांक : 6 अगस्त, 20xx प्रिय मित्र अर्पित सप्रेम नमस्ते। मैं यहाँ कुशलतापूर्वक हूँ और ईश्वर से तुम्हारी कुशलता की कामना करता हूँ। मित्र, कल मुझे चाचा जी का पत्र मिला और यह पढ़कर बहुत ...